धर्म अर्थ काम और मोक्ष हैं-स्वर्ग द्वार-पं शर्मा। सप्त-दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का अंतिम उद्बोधन । परीक्षित मोक्ष प्रसंग के साथ हुआ समापन !
0 Comments on धर्म अर्थ काम और मोक्ष हैं-स्वर्ग द्वार-पं शर्मा। सप्त-दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का अंतिम उद्बोधन । परीक्षित मोक्ष प्रसंग के साथ हुआ समापन !
दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का अंतिम उद्बोधन । परीक्षित मोक्ष प्रसंग के साथ हुआ समापन ! डां बंशीधर दीवान के निवास स्थल पहुंचकर परिवार और कथावाचक पद्मेश शर्मा का किया अभिनंदन । पुष्पाहार , श्रीफल और सहस्त्राभिनंदन-पत्रक भेंट किया । - चांपा । श्रीमद्भागवत का शुरुआती आरंभ जिज्ञासा से हुआ हैं...